Ganesh Stotram PDF

यदि आप Ganesh Stotram Pdf सर्च कर रहे हो तो सही जगह पर आए हो| देवा श्री गणेश जी भगवान की इस अद्भुत Stotra को पढ़ने से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं| इस लेख में, इस पवित्र पीडीएफ को डाउनलोड करने का डायरेक्ट लिंक दिया हुआ है|

गणेश स्त्रोतम, नारद पुराण से लिया हुआ है| इसका नियमित रूप से पाठ करने पर सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती है| यह सिर्फ आठ श्लोक का एक मंत्र है, जिसका मनन करने से भगवान गणेश जी से मनचाहा आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है|

आज इस लेख में इस स्रोत की पीडीएफ दी हुई है और साथ में इसकी हिंदी लिरिक्स, अर्थ के साथ दी हुई है| इस लेख में हमने साथ में यह भी बताया है कि गणेश स्त्रोत को पढ़ने से क्या-क्या फायदे होते हैं? गणेश स्तोत्र के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करने के लिए, हमारे साथ अंत तक बने रहिए|

Ganesh Stotram Pdf in Hindi Pdf Download

गणेश स्तोत्र की पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए, नीचे दिए हुए डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें| उसके बाद आप इसे मोबाइल फोन में या लैपटॉप में सेव कर ले| इस तरीके से इस स्तोत्र को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है| यदि आप इस PDF का प्रीव्यू देखना चाहते हो तो, वह भी यहां पर देख सकते हो|

पीडीएफ का नामSankat Nashan Ganesh Stotra PDF
डाउनलोड लिंकयहां क्लिक करें

Ganesh Stotram Pdf Preview

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ganesh stotram lyrics in hindi

गणेश स्तोत्र की हिंदी लिरिक्स यहां पर दी हुई है| जिसे आप आसानी से पढ़ सकते हो| इसको पढ़ने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान अवश्य रखें|

  • सबसे पहले स्नान अवश्य कर लें|
  • शांत एवं साफ सुथरा स्थान चुने|
  • गणेश जी की प्रतिमा के सामने धूपबत्ती या अगरबत्ती जला दे|
  • अगरबत्ती की सुगंध से भक्ति नुमा माहौल तैयार हो जाता है|
  • अपने अंतर आत्मा में भगवान गणेश जी का ध्यान लगाना शुरू कर दे|
  • फालतू की बातों को दिमाग में ना लाएं|

ऊपर बताई हुई बातों को पूरा करने के बाद, इस स्तोत्र को पढ़ना शुरू कर सकते हो|

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Ganesh Stotram PDF

संकटनाशन गणेश स्तोत्र हिंदी में

ओम गणेशाय नमः – श्री गणेश जी भगवान को मेरा प्रणाम

प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् |
भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायुःकामार्थसिद्धये
||

हिंदी भावार्थ- इस श्लोक का अर्थ यह है कि पार्वती देवी मां के पुत्र श्री गणेश जी भगवान को शीश झुकाकर मेरा प्रणाम और अपनी आयु, इच्छा और सिद्धि के लिए नित्य ही इनका स्मरण करता हूं|

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प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् |
तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ||

हिंदी भावार्थ- पहले वक्रतुंड मतलब टेडी सूंड वाले, दूसरा एकदंत मतलब एक दांत वाले, तीसरा काली और भूरी आंखों वाले, चौथा गज वक्र मतलब हाथी के समान मुख वाले देव को नमन करता हूं और सदैव ही स्मरण करता हूं|

लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च |
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम् ||

हिंदी भावार्थ- पांचवा लंबा उधर वाले मतलब बड़े पेट वाले, छठ विकराल रूप, सातवां विघ्नों का शासन करने वाले राजाधिराज, आठवां धूसर वर्ण वाले देवों के देव श्री गणेश जी भगवान को सदैव स्मरण करता हूं| और उनको नमन करता हूं|

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् |
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम्
||

हिंदी भावार्थ- महुआ जिसके ललाट पर चंद्रमा सुशोभित हो, दसवां विनायक जी महाराज, 11वां गणपति भगवान और 12 गजानन भगवान को हमेशा ही स्मरण करता हूं|

द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः |
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो
||

हिंदी भावार्थ- इस प्रकार ऊपर दिए हुए इन श्लोक के माध्यम से यह बताया गया है कि इन 12 नाम का जो पुरुष तीनों संध्या हो मतलब प्रातः काल, मध्याह्न और शाम संध्या काल में स्मरण करता है और पाठ करता है उसे किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं आता है| इस प्रकार इनका स्मरण करने से सभी सिद्धि की प्राप्ति होती है|

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् |
पुत्रार्थी लभते पुत्रान् मोक्षार्थी लभते गतिम
||

हिंदी भावार्थ- जिस विद्यार्थी को विद्या की जरूरत है वह विद्या प्राप्त करेगा, जिसे धन की इच्छा हो वह धन प्राप्ति करेगा, जिसे पुत्र की इच्छा हो उसे पुत्र की प्राप्ति होगी और जो मोक्ष की इच्छा चाहता है वह मोक्ष गति को प्राप्त करेगा| इस प्रकार इस मंत्र का जाप करने से यदि विद्यार्थी जब करता है तो उसे विद्या की कभी भी कमी नहीं होगी| यदि कोई धन के लिए इसका जाप करता है तो उसे धन की कभी भी कमी नहीं होगी| जो व्यक्ति पुत्र प्राप्ति के लिए इसका जाप करता है उसे पुत्र अवश्य प्राप्त होगा| और अंत में जिसे मोक्ष चाहिए उसे इस मंत्र द्वारा मोक्ष की प्राप्ति जरूर होगी|

जपेद्गणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासैः फलं लभेत् |
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशयः
||

हिंदी भावार्थ- गजानन भगवान के इस मंत्र का 6 महीने तक जाप करने से उसे इच्छित फल की प्राप्ति हो जाती है| और यदि 1 साल तक इस मंत्र का जाप किया जाए तो उसे पूर्ण सिद्धि की प्राप्ति होती है| इस बात में कभी भी संदेह नहीं किया जा सकता|

अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वा यः समर्पयेत् |
तस्य विद्या भवेत् सर्वा गणेशस्य प्रसादतः
||

हिंदी भावार्थ- जो भी व्यक्ति इस स्तोत्र को लिखकर 8 ब्राह्मण को दान करता है तो उसे व्यक्ति पर गणेश जी भगवान की अपार कृपा रहती है और उसे सभी प्रकार की विद्या की प्राप्ति होती है|

|| इति श्री नारदपुराणं संकटनाशनं महागणपति स्तोत्रम् संपूर्णम् ||

इस प्रकार नारद पुराण की संकटनाशन महा गणपति स्तोत्र संपूर्ण हुआ|

what is ganesh stotram? (गणेश स्त्रोत क्या है)

इस स्तोत्र का गणेश पुराण और नारद पुराण दोनों में उल्लेख मिलता है| नारद पुराण में नारद जी ने भगवान गणेश जी की स्तुति की और उनकी प्रशंसा की, इसी कारण से उन्होंने नारद पुराण में इस स्तोत्र का वर्णन किया| इसके अलावा गणेश पुराण में भी इस स्तोत्र को सम्मिलित किया गया है| गणेश पुराण में सभी देवी देवताओं ने भगवान गणेश जी की वंदना की ओर स्तुति की|

Ganesh Stotram PDF

यह एक इस प्रकार का मंत्र है जिसका जाप करने से सभी प्रकार के कष्ट और विपत्तियां दूर हो जाती है| चाहे वह एक विद्यार्थी हो या फिर एक व्यापारी हो या फिर एक बुजुर्ग हो और चाहे कोई भी हो, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है| ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र को 6 महीने तक नियमित रूप से तीनों समय स्मरण करने से इच्छा रूपी वरदान की प्राप्ति होती है| और यदि कोई इसे एक साल तक नियमित रूप से स्मरण करता है तो उसे पूर्ण सिद्धि की प्राप्ति होती है|

अब हम यह जानेंगे कि इस स्तोत्र को पढ़ने से क्या-क्या फायदे होते हैं?

ganesh stotram Benefits in Hindi

इस स्तोत्र को पढ़ने से बहुत सारे फायदाओं की प्राप्ति होती है| जिनमें से कुछ मुख्य फायदाओं की चर्चा आज हम यहां करेंगे|

  • शरीर में किसी भी प्रकार का रोग हो तो दिन में एक बार इसका अवश्य जाप करें|
  • यदि आप एक विद्यार्थी हैं तो विद्या प्राप्त करने के लिए इसका जाप अवश्य करें|
  • मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए|
  • धन वैभव की प्राप्ति होती है|
  • ग्रह कलेश और झगड़ा समाप्त हो जाते हैं|
  • जमीनी विवाद समाप्त हो जाते हैं|
  • किसी भी प्रकार की चिंता और अवसाद दूर हो जाते हैं|
  • मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्ति का विकास होता है|
  • पुत्र की प्राप्ति के लिए इसका जाप अवश्य करें|
  • व्यापार में वृद्धि के लिए इसका स्मरण कर सकते हैं|

इस प्रकार गणेश स्तोत्र के कई सारे फायदे हैं, जिन्हें यहां बताना बिल्कुल मुश्किल है| इसलिए आप लोग समझ गए होंगे कि गणेश स्त्रोत कितना महत्वपूर्ण है|

FAQ about Sankat Nashan Ganesh Stotra PDF

1. Ganesh Stotram Pdf फाइल कैसे डाउनलोड करें?

ऊपर दिए हुए डाउनलोड लिंक पर क्लिक करके, इसकी पीडीएफ फाइल डाउनलोड कर सकते हो|

2. गणेश स्त्रोत को दिन में कितनी बार स्मरण करना चाहिए?

कम से कम दिन में एक बार अवश्य जाप करें| और अधिकतम कितनी भी बार कर सकते हो| मुख्यतः गणेश स्तोत्र का पाठ दिन में तीन बार किया जा सकता है| (प्रातः काल, मध्यहाने और संध्या काल)

3. गणेश स्त्रोत कहां से लिया हुआ है?

प्रारंभिक समय में गणेश स्त्रोत को नारद पुराण से लिया हुआ है| इसके अलावा गणेश पुराण में भी इसके श्लोक का वर्णन किया गया है|

4. पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने के लिए गणेश स्त्रोत को कितने समय तक स्मरण करना होगा?

कम से कम 1 साल तक|

5. गणेश स्त्रोत में कुल कितने श्लोक होते हैं?

इसमें कुल आठ श्लोक है|

अंतिम शब्द

भगवान गणेश जी की महिमा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए, इस स्तोत्र का नियमित रूप से अवश्य जाप करें| यदि आप Ganesh Stotram Pdf फाइल को अन्य लोगों के साथ शेयर करते हो तो गणेश जी भगवान की तरफ से उसे इच्छा अनुसार आशीर्वाद की प्राप्ति होती है| यदि आप इसे किसी पेपर पर लिखकर दान करते हो तो मनचाहा वरदान प्राप्त होता है| इसलिए स्वयं भी इस स्तोत्र को पढ़ें और लोगों को भी प्रेरित करते रहें| इस प्रकार के कार्यों से भगवान गणेश जी बहुत प्रसन्न होते हैं|

पीडीएफ फाइल को डाउनलोड करने के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं| ||ओम गणेशाय नमः||

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